रविवार, 12 फ़रवरी 2023

न्यूटन का गति विषयक प्रथम नियम (Newton's First Law of Motion)

  न्यूटन का गति विषयक प्रथम नियम 

  • (Newton's First Law of Motion) 


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इस नियमानुसार, जो वस्तु स्थिर है वह स्थिर ही रहेगी और जो वस्तु गतिमान है वह उसी वेग से उसी दिशा में चलती रहेगी  जब तक कि उस पर कोई बाह्य बल न लगाया जाए।

स्पष्ट है कि इस नियम के दो भाग हैं-


(i) पहला भाग विराम के जड़त्व से सम्बन्धित है। प्रत्येक वस्तु अपनी स्थिरावस्था अर्थात् विरामावस्था को तब तक बनाये रखती है जब तक कि उस पर कोई बाह्य बल आरोपित न किया जाए। इसे हम दैनिक जीवन में आसानी से देख सकते हैं। किसी कमरे में रखी हुई वस्तुएँ जैसे- कुर्सियाँ, मेज, आलमारियाँ आदि उसी कमरे में अपने स्थानों पर ही रहेंगी जब तक कोई व्यक्ति (बाह्य बल लगाकर उन्हें न हटाएँ।


(ii) दूसरा भाग गति के जड़त्व से सम्बन्धित है। प्रत्येक वस्तु सरल रेखा में अपनी एकसमान गति को तब तक बनाये रखती है। जब तक कि उस पर कोई बाह्य बल आरोपित न किया जाये। इसे दैनिक जीवन में देख पाना सम्भव नहीं है। फर्श पर लुढ़कती हुई गेंद कुछ दूरी तय करके रुक जाती है, क्योंकि फर्श और गेंद के बीच घर्षण बल कार्य करता है जो कि गेंद की गति का विरोध करता है । आदर्श स्थिति में यदि फर्श पूर्णत: चिकनी हो और फर्श व गेंद के मध्य घर्षण बल शून्य हो तो गेंद फर्श पर सरल रेखा में एकसमान वेग से चलती रहेगी


  • न्यूटन का गति का प्रथम नियम बल का गुणात्मक (Quali (ative) परिभाषा देता है-

गति के प्रथम नियम से स्पष्ट है कि प्रत्येक वस्तु अपनी विरामावस्था अथवा एकसमान गत्यावस्था में परिवर्तन करने में असमर्थ होती है जब तक कि उस पर कोई बाह्य बल नहीं लगाया जाता है। 

अतः बल वह बाह्य कारक है जो किसी वस्तु को विरामावस्था या एकसमान गत्यावस्था में परिवर्तन कर देता है।

 कभी-कभी किसी वस्तु पर जल लगाने पर भी उसकी वर्तमान स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं होता है। अतः बल को व्यापक रूप से निम्न प्रकार से परिभाषित करते हैं।


बल वह बाह्य कारक (External agency) है जो किसी 'की विरामावस्था या एकसमान गत्यावस्था में परिवर्तन वस्तु कर देता है या परिवर्तन करने का प्रयास करता है


न्यूटन का प्रति का प्रथम नियम जड़त्व को परिभाषित करता है -

 यह नियम बतलाता है कि प्रत्येक वस्तु विरामावस्था में अथवा एकसमान गत्यावस्था में रहना चाहती है बशर्ते कि उस पर कोई बाह्य बल न लगाया जाए। किसी वस्तु द्वारा स्वतः ही अपनी विराम अवस्था अथवा एकसमान गति अवस्था में परिवर्तन कर सकने में असमर्थता को उसका जड़त्व कहते हैं। अत: न्यूटन का गति का प्रथम नियम जड़त्व को परिभाषित करता है। यही कारण है कि न्यूटन के गति के प्रथम नियम को जड़त्व का नियम भी कहते हैं।



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